तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है… तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है…
तुम्हारे सानिध्य की ललक हमेशा रहती है! तुम्हारे सानिध्य की ललक हमेशा रहती है!
आप से मान आप से ही सम्मान गुरूवे नमः। आप से मान आप से ही सम्मान गुरूवे नमः।
तुम्हारा पता तुम्हारा पता
मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़ मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़
तुम्हारा आकाश तुम्हारा आकाश